1090 और डायल 112 के नंबरों के इस्तेमाल के फायदे बताए
लखनऊ। महिला एवं बच्चों की सुरक्षा के प्रति प्रदेश सरकार, यूपी पुलिस और 1090 का जितना फोकस महिला व बच्चों की सुरक्षा प्रदान करने पर है उतना ही ध्यान उनको सशक्त व जागरूक करने पर भी है। मिशन शक्ति एवं मिशन जागृति के साथ ही बच्चों के स्कूलों में जा-जाकर भी जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
शुक्रवार को इसी क्रम में परवरिश स्कूल के स्पेशल एबल्ड बच्चों ने 1090 मुख्यालय में जाकर विभिन्न माध्यमों से प्रदान की जा रही सुरक्षा के बारे में जाना। कुछ वहां तैनात पुलिस कर्मियों व अधिकारियों ने बताया तो कुछ बच्चों ने सवाल पूछकर अपनी जिज्ञासाओं को शांत किया। करीब दो घंटे तक 1090 मुख्यालय का भ्रमण करने के बाद बच्चों ने कहा पुलिस है तो उनकी और सबकी सुरक्षा मुमकिन है।
शुक्रवार को करीब साढे 11 बजे महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन/1090 मुख्यालय पंहुचे निराला नगर स्थित परवरिश स्कूल के स्पेशल एबल्ड बच्चों को लघुफिल्म दिखाई गई, इसके बाद 1090 किसी पीडित महिला की फोनकाल आने के बाद कैसे उसतक मदद पंहुचाते है यह समझा। भ्रमण के दौरान महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन की पुलिस अधीक्षक सुश्री रूचिता चौधरी, पुलिस उपाधीक्षक श्री विनोद यादव व अन्य पुलिस कर्मियों ने उपस्थित रहकर बच्चों को बताया कि आप स्वयं और अपने स्वजनों को भी परेशानी और विपरीत परिस्थिति में फंसने पर 1090 और 112 नंबर मिलाने के लिये प्रेरित करिएगा। साथ ही बच्चों को बताया गया कि कौन सा टच सेफ है और कौन सा अनसेफ है। आप अपने साथ होने वाले सभी अच्छे एवम् असामान्य क्रियाकलापों की जानकारी अपने परिजनों को जरूर दिया करें। मुख्यालय के भ्रमण से खुश हुए बच्चे बोले पुलिस है तो कोई डर नहीं, पुलिस है तो हमारी सुरक्षा मुमकिन है। स्कूल से बच्चों को साथ लेकर आईं डॉक्टर कुसुम कमल की उपस्थिति में बच्चों ने गीत एवम् मोहक नृत्य की प्रस्तुति भी दी।