लखनऊ। ऑल इंडिया पयाम ए इंसानियत फोरम लखनऊ की तरफ़ से ज़िला कारागार लखनऊ में एक कम्बल वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें पहले संस्था की तरफ़ से ज़िला कारागार में बंद ज़रूरतमंद कैदियों को ठंड का मौसम देखते हुए 100 कम्बल वितरित किए गए और साथ हि दो सिलाई मशीन भी दी गयीं ।
फिर जिला जेल के कर्मियों को संस्था की तरफ़ से उनके सहयोग और निष्ठापूर्ण कार्यशैली के लिए सम्मानित भी किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जेल सुप्रिटेंडेंट आशीष तिवारी रहे । उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सर्दी का मौसम देखत हुए आज हमारी जेल में ऑल इंडिया पयाम ए इंसानियत की तरफ़ से 100 कम्बल वितरित किए गए जो बड़ा ही नेक काम है ।
यह फोरम सन 1974 से मानवता की सेवा में कार्यरत संस्था है मैं इस संस्था की कार्यशैली से काफी प्रभावित हूं क्योंकि ये संस्था समाज में ऊंच नीच जात पात और धर्म का फर्क किए बिना सिर्फ मानवता की सेवा के लिए कार्यरत है।आज इस तरह के काम करने वाली संस्थायें बहुत कम हैं और हमें एक बेहतर समाज के लिए इस तरह की संस्थाओं का हौसला भी बढ़ाना चाहिए । उन्होंने संस्था का उनकी इस पहल के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि इस तरह के सम्मान हम सबको अपनी जिम्मेदारियों को और जिम्मेदारी से निभाने के लिए प्रेरित भी करते रहते हैं। उन्होंने आगे भी संस्था का पूर्ण सहयोग करने का आश्वासन भी दिया। वहीं इस मौके पर संस्था की तरफ़ से उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए संस्था के मौलाना कमाल अख्तर नदवी ने कहा कि एक बेहतर समाज बनाने के उद्देश्य के साथ इस संस्था को आज से 58 साल पहले संगम नगरी इलाहाबाद से शुरू किया गया था और हम सब जानते हैं कि संगम हमारे देश की एकता का प्रतीक भी है जैसे संगम में गंगा जमुना और सरस्वती आपस में मिल कर एक हो जाती हैं वैसे ही देश के सभी धर्मों के लोग आपस में अगर मिल कर रहें और देश की उन्नति के लिए, मानवता के लिए कार्य करें बिना किसी भेदभाव के तो निश्चित ही हम एक बेहतर समाज एक बेहतर देश बना सकते हैं जो सम्पूर्ण विश्व के लिए एक उदाहरण होगा। अंत में संस्था के कोऑर्डिनेटर मो0 शफीक चौधरी ने सभी सम्मानित अतिथियों और सदस्यों के साथ ज़िला कारागार प्रशासन का उनके सहयोग के लिए धन्यवाद किया। इस मौके पर डॉ0 रियाज़, मौलाना आसिम नदवी, शीबू भाई अकबरी गेट, सलमान अहमद , कतदा, मुशर्रफ , अहमद रावाहा ( कर्नाटका ) सलमान अहमद, और शेख वलीद ( महाराष्ट्रा ) के साथ मदरसा नदवा तुल उलेमा के तमाम छात्र मौजूद रहे।