21 स्पेशल आईपीस तैनात —सर्विलांस और साइबर क्राइम विशेषज्ञ दस्ते भी मुस्तैद
लखनऊ। अयोध्या में रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह पर अभेद्य सुरक्षा की कवायद के तहत रामनगरी समेत हाईवे के विभिन्न मार्गों को बैरिकेडिंग करने की शुरुआत हो गई है। गली-गली के मुहाने पर बैरियर लगाया जा रहा है। निगरानी के तहत अलग-अलग केन्द्रों से आवंटित एटीएस कमांडो दस्ते को रामनगरी में सुरक्षा मोर्चे पर मुस्तैद किया गया है। सर्विलांस और साइबर क्राइम विशेषज्ञ दस्तों ने कमान संभाल ली है।
यूपी के डीजी (लॉ ऐंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह यात्रियों के साथ-साथ वहां तैनात पुलिस के लिए भी ऐतिहासिक पल होगा। इसके साथ ही प्रमुख स्थलों पर बिना वर्दी और शस्त्रों के पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की तैनाती की जा रही है। ताकि, यात्री सहजता से जरूरत पड़ने पर उनके सामने अपनी बात रख सकें। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में 288 दरोगा और सिपाही सूट-बूट में विशिष्ट अतिथियों की सुरक्षा में तैनात किए जाएंगे। उनकी ड्रेस लखनऊ में तैयार हो रही है। विशेष रूप से चुने गए इन पुलिसकर्मियों में ज्यादातर खिलाड़ी हैं, जिन्हें विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया है।
डीजी ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में पुलिस के 11,000 से अधिक जवानों को तैनात किया जा रहा है। अयोध्या में रिजर्व पीएसी की 16 कंपनी तैनात की जा रही हैं। अयोध्या जाने वाले सभी रास्तों को ग्रीन कॉरिडोर के रूप में विकसित कर वहां सुरक्षा मुहैया करवाई गई है। समारोह के दौरान सुरक्षा के मद्देनजर केंद्रीय सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों की निगरानी में आईपीएस-पीपीएस अधिकारियों के नेतृत्व में पैरामिलेट्री फ़ोर्स के अलावा पीएसी, एसएसएफ और विभिन्न जनपदों से पुलिस बल को तैनात किया गया है। साथ ही गैर जनपदों से बीडीडीएस,एएस चेक,डॉग स्क्वायड के साथ सर्विलांस और साइबर क्राइम विशेषज्ञ दस्ता लगाया गया है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म से लेकर सीसीटीवी निगरानी तंत्र को सक्रिय कर दिया गया है एसपी यातायात अयोध्या प्रसाद सिंह का कहना है कि विभिन्न स्थानों पर बैरियर स्थापित कराये जा रहे हैं। आवश्यकता के मुताबिक मोबाइल बैरियर के लिए आर्डर दिया था। निर्माण के साथ इनकी खेप विभाग को मिल रही है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। सुरक्षा में तकनीक का अधिक से अधिक प्रयोग किया जा रहा है।
कैमरों के जरिए पुलिस पूरी अयोध्या पर नजर रखेगी। प्रयागराज कुंभ की तरह अयोध्या में भी कुशल व्यवहार वाले प्रशिक्षित पुलिसकर्मियों को तैनात किया जा रहा है। देशभर से आने वाले यात्रियों को भाषा की दिक्कत ना हो, इसके लिए अलग-अलग भाषा बोलने और समझने वाले 21 आईपी अफसरों की भी तैनाती की गई है।