बस और टैंकर की टक्कर में 18 लोगों की मौत, 19 घायल
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री योगी ने जताया दुख
उन्नाव। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर बुधवार को एक बड़ा सड़क हादसा हो गया जिसमें 18 लोगों की जान चली गई और 19 अन्य लोग घायल हो गए। मृतकों में एक ही परिवार के छह सदस्य शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि घटना तडक़े करीब पांच बजे बेहटा मुजावर थाना क्षेत्र में जोजीकोट गांव के पास हुई, बस में 60 लोग सवार थे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया है।
जिलाधिकारी गौरांग राठी ने बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि बिहार के मोतिहारी से दिल्ली जा रही डबल डेकर बस की रफ्तार तेज थी और उसने दूध के टैंकर को पीछे से टक्कर मार दी।
जिलाधिकारी ने कहा कि मामले की विस्तृत जांच की जा रही है। राठी ने बताया कि हादसे में मामूली रूप से घायल हुए 20 अन्य यात्रियों को दूसरी बस से दिल्ली भेजा गया है।अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) एसबी शिरोडकर ने पीटीआई-भाषा को बताया कि दुर्घटना में 18 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 14 पुरुष, तीन महिलाएं और एक बच्चा शामिल है। उन्होंने बताया कि हादसे में 19 लोग घायल हो गए हैं।
बांगरमऊ के क्षेत्राधिकारी अरविंद कुमार ने बताया कि मरने वाले 18 लोगों में से 10 की पहचान हो चुकी हैं। मरने वालों में मेरठ के एक ही परिवार के अशफाक (45), रूबी (40), गुलनाज (12), सुहैल (4), सोनू (32) तथा सोनी (28) शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इस घटना में बिहार निवासी बस चालक अखलाक (49) और दूध कैंटर चालक रायबरेली निवासी सुनील कुमार (35) की भी मौत हो गई है। दो अन्य मृतकों की पहचान बिहार के दीपक कुमार (27) और बिहार के ही शिव दयाल (28) के रूप में हुई है। उन्नाव के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ शंकर मीणा ने बताया कि बिहार से दिल्ली जा रही इस निजी बस में करीब 60 यात्री सवार थे, जो अलग अलग स्थानों से सवार हुए थे। बांगरमऊ के क्षेत्राधिकारी अरविंद कुमार ने बताया कि टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बस और टैंकर दोनों पलट गए। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची बांगरमऊ कोतवाली और उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) की टीम ने बस में फंसे लोगों को बाहर निकाल कर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
बस पर सवार रहे यात्री शमीम ने अस्पताल में पत्रकारों को बताया कि सभी यात्री सो रहे थे, किसी को पता नहीं चला कि आखिर यह क्या हुआ। बस दुर्घटना में अपने परिवार के छह सदस्यों को खोने वाले दिलशाद ने बताया, बिहार के शिवहर से बस चली थी। मैं सो रहा था कि अचानक चीख पुकार मच गई थी। मेरे परिवार के आठ लोग बस में सवार थे। उनमें से छह लोगों की मौत हो गई है। दिलशाद ने बताया, चालक पूरे रास्ते बहुत तेज रफ्तार से बस चलाता रहा। दूध के टैंकर से टक्कर होने के बाद बस में चीख-पुकार मच गई। काफी देर बाद प्रशासनिक अधिकारियों के पहुंचने पर लोगों को निकाला गया और इलाज के लिए भेजा गया। उन्होंने बताया कि घटना के समय जो लोग सबसे पहले आए थे, वह मदद करने के बजाय मोबाइल फोन से वीडियो बना रहे थे।
अस्पताल में भर्ती करीब 35 साल की चांदनी ने बताया बस में लगभग 60 लोग सवार थे। प्रशासन के लोग करीब एक घंटे बाद घटना स्थल पहुंचे। फिर हम सभी को इलाज के लिए पहले एक छोटे अस्पताल और उसके बाद यहां जिला अस्पताल भेजा गया है।
जिलाधिकारी गौरांग राठी और पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ शंकर मीणा ने बताया कि जिला अस्पताल में गंभीर रूप से घायल गुल मोहम्मद, राजदेव, संतोष, शमीम, रजनीश को लखनऊ ट्रामा सेंटर और एक मरीज लाल बाबू को कानपुर ट्रामा सेंटर रेफर किया गया है।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में इस हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, उन्नाव में सडक़ दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दु:खद एवं हृदय विदारक है। मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हुए कहा कि जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं।