लखनऊ। एंबुलेंस चालकों और केजीएमयू के ट्रामा सेंटर के पास लगने वाली दुकानों से अवैध वसूली करने वाले ट्रामा चौकी इंचार्ज को डीसीपी पश्चिम ने निलंबित कर दिया। चौक कोतवाली की केजीएमयू ट्रामा सेंटर चौकी इंचार्ज पर एक एंबुलेंस संचालक ने फोन कर रुपये मांगने का आरोप लगाया। दोनों के बीच हुई बातचीत का ऑडियो क्लिप भी वायरल हुआ। जिसके सामने आने पर डीसीपी पश्चिम ने दरोगा को निलंबित कर दिया।
रस्तोगी नगर निवासी राजेंद्र कुमार एंबुलेंस का संचालन करते हैं। आरोप है कि केजीएमयू ट्रामा सेंटर चौकी पर तैनात दरोगा शशांक मिश्रा कई महीनों से रुपये देने का दबाव बना रहे हैं। मांग पूरी नहीं होने पर फोन कर अभद्रता करते हैं। कुछ दिन पूर्व भी दरोगा ने राजेंद्र को फोन कर तत्काल रुपयों की व्यवस्था करने के लिए कहा था। एंबुलेंस संचालक ने रुपये देने की बात से मना कर दिया। जिस पर दरोगा ने उसे गाली दी। यह आरोप लगाते हुए पीडि़त ने डीसीपी पश्चिम से शिकायत की थी।
राजेंद्र के मुताबिक वह दो एंबुलेंस चलवाते हैं। डेढ़ महीने पूर्व एक्सीडेंट में वाहन क्षतिग्रस्त हुए थे। यह बात दरोगा शशांक मिश्र को भी पता थी। आरोप है कि समय पर रुपये नहीं मिलने पर दरोगा अक्सर गाली देते थे। मना करने पर एंबुलेंस संचालन ठप कराने की धमकी भी दी थी।
केजीएमयू ट्रामा सेंटर चौकी इंचार्ज के खिलाफ शिकायत मिली है। जिसके आधार पर दरोगा शशांक मिश्र को निलंबित किया गया है। उनके खिलाफ जांच के आदेश भी दिए गए हैं।
डीसीपी पश्चिम ओमवीर सिंह