पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक में हुई इस्राईल-फिलीस्तीन युद्ध और सीरिया के हालात पर चर्चा
लखनऊ। आल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक में देश भर में मस्जिदों के अनादर, वक्फ सम्पत्तियों की सुरक्षा, मध्य-पूर्व में चल रहे इस्राईल-फिलीस्तीन युद्ध और सीरिया के हालात पर चर्चा की गयी। विक्टोरिया स्ट्रीट स्थित शिया पी.जी. कॉलेज के सईदुल मिल्लत हॉल में आयोजित बैठक की अध्यक्षता मौलाना साएम मेहदी ने की। बैैठक में मौलाना यासूब अब्बास ने मस्जिदों के अनादर पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि मस्जिदें सिर्फ इबादतगाहें ही नहीं बल्कि हमारे धर्म और संस्कृति का प्रतीक हैं। इनके साथ होने वाले अनादर से हमारी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचती है।
मौलाना ने कहा कि जुलूस निकालने की आजादी सबको है लेकिन किसी धार्मिक स्थल का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हाल के एक दशक में मस्जिदों की दीवारों पर पत्थरबाजी, भडक़ाऊ नारेबाजी और अपमानजनक टिप्पणियां, मस्जिदों पर धार्मिक झण्डे या प्रतीक लगाना और लाउडस्पीकर का दुरुपयोग कर मस्जिदों के सामने भडक़ाऊ भाषण का चलन बढ़ा है। ऐसी हरकतें करने वाले संगठनों और कट्टरपंथियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होना चाहिए। मौलाना साएम मेहदी ने वक्फ सम्पत्तियों के संरक्षण को सामूहिक जिम्मेदारी बताते हुए कहा यह हमारी आने वाली पीढिय़ों की अमानत है, जिसे हर हाल में सुरक्षित रखना होगा। मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि जेपीसी को उन संगठनों से राय लेना चाहिए जो वक्फ से सीधे जुड़े हैं न कि उन संस्थाओं से जिनका इससे कोई लेना-देना नहीं। बैठक में मस्जिदों के सर्वे पर उच्चतम न्यायालय के हालिया फैसले का स्वागत किया। बैठक में इस्राईल-फिलीस्तीन के युद्ध और सीरिया के हालात पर भी चर्चा करते हुए गाजा में इस्राईल के नरसंहार को तुरंत रोकने की मांग की गयी। बोर्ड ने संयुक्त राष्टï्र और मानवाधिकार संगठनों से सीरिया के पवित्र स्थलों जैसे जनाबे जैनब और जनाबे सकीना के रौजों और वहां के शियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की। बैठक में धार्मिक जुलूसों के दौरान सुरक्षा के विशेष इंतजाम करने, मस्जिदों का अपमान करने वालों सख्त कानूनी कार्रवाई करने और वक्फ सम्पत्तियों की सुरक्षा के लिए विशेष निगरानी तंत्र बनाने की मांग की गयी। बैठक में मौलाना जहीर अब्बास, मौलाना अनवर हुसैन रिजवी, मौलाना जाफर अब्बास, मौलाना एजाज अतहर, मौलाना इंतिजाम हैदर रिजवी, मौलाना मूसा रिजवी, मौलाना इस्हाक रिजवी, मौलाना गुलाम पंजेतन मुसय्यब, मौलाना मोहम्मद मुस्लिम, प्रो. अब्बास रजा नैय्यर, वरिष्ठï पत्रकार जहीर मुस्तफा, मौलाना रजा अब्बास, मौलाना साजिद रजा, मौलाना मजाहिर, मौलाना शाहीन नकवी आदि ने सरकार, न्यायपालिका और समाज के सभी वर्गों से मिल कर इन मुद्दों को हल करने की अपील की, जिससे देश में साम्प्रदायिक सौहार्द बना रहे और वैश्विक स्तर पर मानवाधिकारों का सम्मान किया जाए।