डीसीपी पश्चिम ने की अमन शांति बरकरार रखने की अपील
लखनऊ। रमजान की तैयारियों को लेकर इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के पदाधिकारियों व उलमा की ऐशबाग ईदगाह में जिला और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक हुई। इमाम ईदगाह मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में मौलाना खालिद रशीद ने रमजान के दौरान शहर में विशेष कर मुस्लिम इलाकों में सुरक्षा और सफाई की समुचित व्यवस्था की मांग की।
उन्होंने कहा कि अगर 28 फरवरी को चांद हुआ तो उसी रात से तरावीह शुरू हो जाएगी और पहला रोजा 1 मार्च को होगा। 28 को चांद न होने पर तरावीह 1 मार्च से शुरू होगी और पहला रोजा 2 मार्च को होगा।
मौलाना ने मस्जिदों के आस-पास सफाई का विशेष ध्यान रखने और इफ्तार व सेहरी के वक्त निर्बाध बिजली आपूर्ति और जलापूर्ति की भी मांग की। मौलाना ने कहा कि जामा मस्जिद ईदगाह में तरावीह की नमाज रात 8 बजे होगी, जिसके लिए सुरक्षा और सफाई की व्यवस्था की जाए। इसी के साथ ऐशबाग, बिल्लौचपुरा, अकबरी गेट, नक्खास, मौलवीगंज, गोलागंज, अमीनाबाद, कसाईबाड़ा, मछली मुहाल, हुसैनाबाद, डालीगंज, खदरा, खुर्रम नगर सहित अन्य मुस्लिम बहुल इलाकों में यातायात व्यवस्था सही की जाए। बैठक में डीसीपी पश्चिमी विश्वजीत श्रीवास्तव ने कहा कि इस वर्ष पहले से बेहतर व्यवस्था करने का प्रयास होगा। रमजान में शांति भंग करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा और कड़ी कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि जिस तरह शबे-बरात गुजरी वह तारीफ के काबिल है। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों को रमजान की तैयारियां समय से पहले पूरी करने को कहा।
एडीसीसी पश्चिमी ने कहा कि कानून के साथ किसी को खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा। पुलिस अमन-शांति कायम रखने के लिए हर प्रयास और टीमें गठित कर रही है। बैठक में सिविल डिफेंस के चीफ वार्डेन अमरनाथ मिश्रा सहित लेसा, जल संस्थान सहित अन्य विभागों के अधिकारी शामिल थे। बैैठक का संचालन मौलाना सुफियान निजामी ने किया और मेहमानों का स्वागत कलीम खां और शहाबुद्दीन और अदनान खां ने किया। मौलाना नईमुर्रहमान सिद्दीकी ने मेहमानों का शुक्रिया अदा किया। बैठक में उलमा और विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी मौजूद थे।