सरकारे दो आलम के चाहने वालों ने बड़ी तादाद में लिया हिस्सा
लखनऊ। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में आल इंडिया मोहम्मदी मिशन की ओर से शाहमीना शाह की मजार से जुलूसे मोहम्मदी निकाला गया। मौलाना अबुल इरफान फिरंगी महली, पीरजादा शेख शाकिर अली मीनाई, रूफी बाबा आदि के नेतृत्व में निकला जुलूस दोपहर लगभग ढाई बजे ज्योतिबा फुले पार्क पहुंचा, जहां जश्ने ईद मिलादुन्नबी आयोजित हुआ।
जुलूस में शामिल अंजुमनें खानए काबा के मॉडल और अपने झण्डे और बैनर लिए हुए थीं। जुलूस ज्योतिबा फुले पार्क पहुंच कर जश्ने ईद मिलादुन्नबी में तब्दील हो गया। जश्न का आगाज मौलाना शमीम ने तिलावते कलामे पाक से किया, जिसके बाद मौलाना हसीब, मौलाना शाहजहां, मौलाना हबीब, फाखिर मीनाई ने नात का नजराना पेश किया। जश्न को खिताब करते हुए मौलाना अबुल इरफान फिरंगी महली ने कहा कि अल्लाह का फजल है कि 12 रबीउल अव्वल को हमारे आका और मौला इस दुनिया में तशरीफ लाए, जिससे यह दिन तमाम ईदों से बढ़ कर ईद का दिन बना और यौमे ईद मिलादुन्नबी के नाम से जाना गया।
मौलाना ने कहा कि हमारा दीन रस्म नहीं बल्कि नबी ने खुद अमली जिंदगी गुजार कर अपनी उम्मत को अमल करने का हुक्म दिया। हमें अपने घरों में मिलाद करके अपने बच्चों को इस्लामी जिंदगी गुजारने का तरीका और सबब बताना चाहिए।
दुरुद की कसरत पूरे अदब, मोहब्बत और खुलूस के साथ करें। जश्न को मिशन के अध्यक्ष इकबाल हाशमी, महासचिव अहमद नदीम ने भी सम्बोधित किया। जश्न का समापन मौलाना अफ्फान अतीक फिरंगी महली की दुआ के साथ हुआ। दुआ में देश-प्रदेश में अमन-चैन, आपसी भाईचारे और तरक्की की दुआएं की गयीं।
जुलूसे मोहम्मदी में पहुंचे वफा अब्बास ने मौलाना अबुल इरफान फिरंगी महली से मिल कर मुबारकबाद दी। वहीं जुलूस के सकुशल सम्पन्न होने पर वफा अब्बास ने पुलिस महानिदेशक विजय कुमार को अम्बर रत्न से सम्मानित किया।