बेटे ने दोस्तों संग मिलकर की थी पिता की हत्या
लखनऊ। मलिहाबाद के वाजिद नगर में सोहनलाल यादव (65 वर्ष) की हत्या उसके बेटे विमल यादव ने तीन दोस्तों के साथ मिल कर की थी। विमल को शक था कि पिता अपनी सम्पत्ति छोटे बेटे पवन के नाम कर सकते हैं। इस बात को लेकर पिता-पुत्र के बीच पहले भी विवाद हुआ था। छह सितंबर की रात आरोपी रस्सा मांगने के बहाने से तीन दोस्तों संग घर पहुंचा। जहां गला घोंट कर पिता की हत्या करने के बाद भाग निकला था। शनिवार को मलिहाबाद पुलिस ने आरोपी विमल यादव को उसे तीन दोस्तों संग गिरफ्तार किया है।
डीसीपी पश्चिम राहुल राज ने बताया कि छह सितंबर की देर रात किसान सोहनलाल यादव की हत्या हुई थी। घर के पास तबेले में शव मिला था। हत्या का मुकदमा सोहनलाल के बेटे विमल ने दर्ज कराया था। जिसके आधार पर पुलिस पड़ताल कर रही थी। छानबीन में पता चला कि विमल यादव का पिता से कई बार विवाद हो चुका है। सोहनलाल के छोटे बेटे पवन से भी पूछताछ की गई। जांच में सम्पत्ति विवाद का होना पाया गया। वहीं, विमल यादव मुकदमा दर्ज कराने के बाद से ही बयान बदलता रहा। जिसके चलते आरोपी पर शक गहराया। शनिवार को विमल यादव को दोस्त अरुण रावत, सुमित गौतम और अरुण कुमार के साथ मधवापुर पुलिया के पास से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में विमल ने बताया कि उसे रुपयों की जरूरत थी। घटना से करीब दस दिन पूर्व पिता से वह रुपये मांगने गया था। लेकिन पिता ने रुपये देने से मना कर दिया। यह बात विमल को पसंद नहीं आई। उसने पिता की हत्या करने का मन बना लिया। वारदात को अंजाम देने के लिए साथियों की मदद ली।
एडीसीपी चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि घटना वाले दिन विमल यादव ने रात करीब दस बजे घर पहुंच कर गेट खटखटाया। सोहनलाल के दरवाजा खोलने पर विमल ने घर के अंदर पहुंच गया। पीछे से अरुण रावत, अरुण कुमार और सुमित गौतम भी आ गए। विमल ने पिता को पीछे से पकड़ लिया। वहीं साथियों ने सोहनलाल के गले में पड़े गमछे से उसका गला कस कर हत्या कर दी। जिसके बाद शव को तबेले में फेंक कर चारों लोग भाग निकले। एडीसीपी के मुताबिक विमल यादव पिता की हत्या को अंजाम देने के बाद ससुराल चला गया था।