नबी की पैरवी में ही है कामयाबी : मौलाना खालिद रशीद
लखनऊ। खुदा ने अपने आखिरी रसूल नबी-ए-करीम को सारी दुनिया के लिए रहमत बना कर भेजा। आपकी लाई शरीयत खुदा की आखिरी शरीयत है। अब कयामत तक कोई नयी शरीयत नहीं आएगी।
आपने इस्लाम की दावत रहती दुनिया तक के लिए दी। बात इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया की ओर से ऐशबाग ईदगाह में आयोजित जलसा सीरतुन्नबी, सीरते सहाबा व इस्लाहे मुआशरा को सम्बोधित करते हुए इस्लामिक सेंटर के चेयरमैन व इमाम ईदगाह मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कही।
जलसे को खिताब करते हुए मौलाना ने कहा कि नबी की पैरवी करने वाले दुनिया के हर हिस्से में हैं। आपकी पैरवी में ही कामयाबी है। रसूल की जिंदगी के जितने भी काम हैं वह सब खुदा की रजा हासिल करने का जरिया हैं। रसूल के मामले में हमें बहुत बचना चाहिए, अगर हमारे मुंह से कोई ऐसी बात निकल जाए जिससे रसूल की शान में गुस्ताखी हो तो समझ लें कि हमारा सब कुछ बर्बाद हो गया। मौलाना ने इल्म पर जोर देते हुए कहा कि अगर सही इल्म हासिल नहीं किया जाएगा तो गुमराही फैलेगी।
मौलाना ने कहा कि खुदा का जैसा हुक्म है उस पर वैसा ही अमल करना चाहिए। अपनी तरफ से उसमें कुछ कमी और ज्यादती नहीं करें।