लखनऊ। शबे बरात के मौके पर दारुल उलूम निजामियां फरंगी महल ईदगाह ऐशबाग के इस्लामिक सेंटर आफ इंडिया के अंतर्गत 17वां अजीमुश्शान मुजाहिरा किरात हुआ। जलसे की अध्यक्षता इमाम ईदगाह मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने की।
इस मौके पर मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा कि शबे बरात बहुत फजीलत वाली रात है इस रात को बंदों की उम्र रोजी सेहत और जिंदगी का निर्धारण किया जाता है। इसमें जो बंदे खुदा पाक से अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं अल्लाह पाक उनके गुनाहों को माफ कर देता है। यह बहुत ही फजीलत वाली रात है।
मौलाना ने कहा कि इस मौके पर रोजा रखना बहुत ही मसनून है। हदीस में आया है कि अल्लाह पाक इस शब को आसमान पर गुरुबे आफताब से सुबह सादिक तक तजल्ली फरमाता है बंदों को चाहिए कि ऐसी मुबारक रात में अल्लाह पाक से अपने गुनाहों की माफी मांग ले और अपने गुनाहों को बख्शवा लें।