लखनऊ। रमज़ान के मुकद्दस महीने में हर मुसलमान रोज़ा रखता है और इस रोज़े की अहमियत को बताया जाता है कि अल्लाह पाक खुद इसका सिला देता है। जहां एक तरफ सभी बड़े और बुजुर्ग रोज़ा रख रहे हैं तो वही आज 7 साल की 2 मासूम बच्चियों किसा फातिमा और महक ज़हरा ने भी रोज़ा रखा।
हालांकि जब हमने दोनों बच्चों की मां से बात की दोनो की मां ने बताया कि पहले रमज़ान से ही रोज़ा रखने जिद कर रही थी लेकिन गर्मी को देखते हुए हमने रोज़ा नहीं रखवाया। लेकिन आज ज़िद करने पर किसा फातिमा और महक ज़हरा को रोज़ा रखवा दिया। सहरी के बाद से दोनों ने नमाज़ पढ़ी और तिलावत भी की। सारा दिन बच्ची ने अच्छे से रोज़ा रखने का फर्ज निभाया औऱ दिन में नमाज़ औऱ तिलावत भी की औऱ दोपहर बाद सो गई।
मुझे उम्मीद नही थी कि मेरी 7 साल की बच्ची इस गर्मी में भी रोज़ा रख लेगी लेकिन दोनों बहनों ने अपने 13 साल के भाई मूसा रज़ा को देखते हुए रोज़ा रखा और उसके साथ ही सारी इबादते की बड़ा भाई मूसा रज़ा करीब 8 साल की उम्र से रोजा रख रहा है और उसको देखते हुए दोनों बहनों को रोज़ा रखने की ज्यादा ललक रही।