खून से लिखा सऊदी दूतावास को ज्ञापन, प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप की अपील
लखनऊ। आल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के आह्वान पर सऊदी अरब के शहर मदीना के जन्नतुल बकी स्थित दुख्तरे रसूल और चार इमामों के रौजों के पुनर्निर्माण की मांग को लेकर बुधवार को शहीद स्मारक पर प्रदर्शन किया गया। आल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव प्रवक्ता मौलाना यासूब अब्बास की ओर से आयोजित प्रदर्शन में काले कपड़े पहने बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लेकर रौजों के पुनर्निर्माण की मांग की। प्रदर्शन के दौरान प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर मामले में हस्तक्षेप की मांग की गयी।
शहीद स्मारक पर प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि आज से 101 साल पहले सऊदी हुक्मरानों ने रसूले अकरम की बेटी, चार इमामों और खानदान वालों के रौजों को ध्वस्त करा दिया था। अफसोस इस बात का है कि सऊदी हुकूमत जिस रसूल का कलमा पढ़ती है उसकी बेटी की कब्र पर आज तक कोई साया नहीं है। सऊदी हुक्मरान अपने महलों में रहते हैं और रसूल की बेटी की कब्र खुले आसमान के नीचे है। उन्होंने सऊदी हुकूमत से जन्नतुल बकी में रौजों का पुनर्निर्माण कराने या उसके निर्माण की अनुमति देने की मांग की।
मौलाना ने प्रधानमंत्री से अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर सऊदी हुकूमत पर रौजों के पुनर्निर्माण और शिया समुदाय पर होने वाले अत्याचारों को बन्द करने की अपील की। प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने अपने खून से ज्ञापन लिख कर सऊदी अरब के नई दिल्ली स्थित दूतावास भेजा, जिसमें रौजों के जल्द पुनर्निर्माण की मांग की गयी है। प्रदर्शनकारी अपने हाथों में आले सऊद मुर्दाबाद, जन्नतुल बकी की तामीर करो, सऊदी गवर्नमेण्ट शेम-शेम, शाह सलमान मुर्दाबाद जैसे नारे लिखे तख्तियां लिए हुए थे। प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने ब्लेड से मातम कर खुद को लहूलुहान कर लिया। प्रदर्शन में शिया पर्सनल लॉ बोर्ड अध्यक्ष मौलाना साएम मेहदी, मौलाना मिर्जा एजाज अतहर, मौलाना इंतिजाम हैदर सहित अन्य उलमा व बड़ी संख्या में लोग शामिल थे।
भारत सरकार को सऊदी अरब से करना चाहिए वार्ता
प्रदर्शन में शामिल सामाजिक कार्यकर्ता शाबू जैदी ने कहा कि सऊदी हुकूमत इस्लाम से प्रतिबंधित व्यापार जैसे (मॉडल शॉप, पिक्चर हॉल) बना रही है, पर प्रोफेट मोहम्मद की बेटी के रौज़े को दोबारा बनाने की अनुमति नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार को चाहिए कि इस मुद्दे पर सऊदी हुकूमत से वार्ता कर रौजौं का पुनर्निर्माण करने में अपनी अहम भूमिका निभाए। शाबू जैदी ने बताया कि ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मौलाना यासूब अब्बास रौजौं का पुनर्निर्माण कराने के लिए कई वर्षों से इस तरह के आंदोलन करते चले आ रहे हैं। गौरतलब है कि लखनऊ में नन्हे खेड़ा सुप; पर जनाबे फातिमा ज़हरा का रौज़ा जो की काफी जर्जर हो गया था, जिसका पुनः निर्माण मौलाना यासूब अब्बास ने अपने पैसे से बगैर किसी चंदे के बनवाया है।