प्रॉपर्टी डीलर हत्याकाड़
तलाश में पांच टीमें दे रही दबिश
कई करीबी को हिरासत में लेकर पुलिस कर रही पूछताछ
लखनऊ। बाजारखाला थाना क्षेत्र स्थित भदेवां में प्रॉपर्टी डीलर मो. जैद की शनिवार को हत्या कर दी गई थी। हमलावरों ने उसके सीने पर ताबड़तोड़ 10 वार किए। इसकी पुष्टि रविवार को हुए पोस्टमार्टम में हुई।
अधिक रक्तस्राव के कारण मौत हुई। पुलिस उपायुक्त पश्चिम डॉ. दुर्गेश कुमार के मुताबिक आरोपियों को पकडऩे के लिए पुलिस की पांच टीमें लगी है। सर्विलांस और क्राइम टीम भी सक्रियता से काम कर रही है लेकिन आरोपियों का मोबाइल बंद होने के कारण सुराग नहीं लग सका है। शुरुआती जांच में सामने आया कि संपत्ति विवाद में हत्या हुई है। हालांकि कई बिंदुओं पर पुलिस की जांच चल रही है।
बाजारखाला इंस्पेक्टर संतोष कुमार आर्य के मुताबिक घटनास्थल के आस पास कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा है। मुख्य मार्ग समेत अन्य पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की जांच की जा रही है। आरोपियों के कुछ करीबियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा।
गौरतलब है कि शनिवार रात ठाकुरगंज बरौरा हुसैन बाड़ी स्थित अल्मास बाग निवासी मो. जैद अपनी पत्नी रेहाना व बेटे अकबर के साथ भदेवां स्थित ससुराल आए थे। वहां पत्नी को छोडऩे के बाद शाम को पास की मस्जिद में नमाज पढ़ी। मस्जिद के बाहर निकलते ही उन पर हमला कर दिया गया। जैद के भाई फैज आलम की तहरीर पर मो. करीम उर्फ परवेज, मो. जुबैर, ताहा, मो. सहाब, मो. हारिश, मुस्तफा और कुछ अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है।
संपत्ति के विवाद में हत्या का आरोप
पुलिस के मुताबिक ग्राफिक डिजाइनर मो. जैद प्रॉपर्टी का काम करता था। शुरुआती पड़ताल में सामने आया कि बरौरा हुसैन बाड़ी में 9000 वर्गफीट की जमीन है। इस पर चाचा और ताऊ ने पिछले साल अपार्टमेंट बनवाना शुरू किया। इस पर जैद ने आपत्ति की तो उसकी पिटाई की गई थी। भाई फैज का आरोप है कि इस मामले में ठाकुरगंज पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके कारण आरोपियों का हौसला बढ़ गया।
भाई ने बताया कि इसके अलावा मोहान रोड पर डेढ़ सौ बीघा पैतृक जमीन है। पिता जब तक जीवित थे चाचा और ताऊ उनको फसल का हिस्सा देते रहे। उनकी मृत्यु के बाद फसल का हिस्सा देना बंद कर दिया था। इसकी मांग करने पर आरोपियों द्वारा विवाद किया जाता था। आरोप है कि संपत्ति हड़पने के लिए ही जैद की हत्या की गई है।