अखिलेश यादव व मलिकार्जुन खरगे ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता को किया संबोधित
लखनऊ। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे के साथ संयुक्त प्रेस कांफ्रेस में देश की जनता बदलाव चाहती है। बदलाव चार जून को आ रहा है। देश में इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी।
अखिलेश ने कहा भाजपा अपने बनाए हुए निगेटिव नरेटिव में उलझ गयी है। भाजपा की हर बात झूठी निकली। उसके वादे झूठे निकले। भाजपा की बूथ कमेटियां लूट कमेटियों की तरह काम कर रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश और देश में इंडिया गठबंधन को जिस तरह का जनसमर्थन दिखाई दे रहा है उससे यह बात तय है कि इस बार चुनाव में 140 करोड़ देशावासी भाजपा क ो 140 सीटों के लिए भी तरसा देंगे।
अखिलेश ने कहा कि भाजपा का रथ फंसा ही नहीं है, वह धंस गया है। इसीलिए उनके नेताओं की भाषा बदल गया है। जिन्हें आने दस साल के काम पर वोट मांगना था वे अब क्या-क्या भाषा बोल रहे हैं। लेकिन अब भाजपा नेताओं की पुरानी बातें और घिसे-पिटे डायलॉग देश की जनता नहीं सुनना चाहती है। अब नकारात्मक राजनीति का समय खत्म हो गया है। भाजपा ने लोगों के साथ विश्वासघात किया है।
अखिलेश यादव ने कहा कि चार चरणों के चुनाव खत्म हो चुके हैं। भाजपा का झूठ जितना पहाड़ चढऩा था चढ़ चुका है। अब लुढकना शुरु हो गया है। उनका काउंट डाउन के साथ-साथ माउंटेन डाउन भी शुरु हो गया है। देखते जाइए आने वाले समय में कितना गिरता है। अखिलेश ने प्रेस कांफ्रेस में मौजूद पत्रकारों को भी बधाई देते हुए कहा कि प्रेस के साथियों को चार जून का आने वाले सुनहरे दिन की बधाई देता हूं। उस दिन प्रेस के लिए फ्रीडम आफ प्रेस का भी दिन होगा।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने यहां घोषणा की कि अगर इंडिया गठबंधन सत्ता में आता है, तो केंद्र की भाजपा सरकार की ओर से गरीबों को मिलने वाले नि:शुल्क राशन की मात्रा दोगुनी कर दी जाएगी। कांग्रेस प्रमुख ने मोदी सरकार की ओर से गरीबों को हर महीने पांच किलोग्राम राशन देने की योजना का जिक्र किया और कहा, कांग्रेस खाद्य सुरक्षा कानून लेकर आई, आपने कुछ नहीं किया। खरगे ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, आप पांच किलो राशन दे रहे हैं, अगर इंडिया गठबंधन की सरकार बनी तो हम गरीबों को 10 किलो मुफ्त राशन देंगे। उन्होंने कहा, मैं यह गारंटी के साथ कह रहा हूं क्योंकि हम पहले ही तेलंगाना एवं कर्नाटक समेत कई राज्यों में ऐसा कर चुके हैं।