(मतदान केद्रों का निरीक्षण करते जिला अधिकारी व पुलिस आयुक्त)
लखनऊ। भीषण गर्मी के बीच लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में लखनऊ और मोहनलालगंज सीट पर शाम छह बजे तक 56.64 प्रतिशत मतदान हुआ। शहरी इलाकों के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान का प्रतिशत बेहतर रहा और लोगों में उत्साह देखने को मिला।
मतदान सुबह सात बजे से शुरु हुआ। पांचवे चरण में लखनऊ और मोहनलालगंज सीट से भाजपा के दो केन्द्रीय मंत्रियों की प्रतिष्ठ दांव पर लगी है। मोहनलालगंज से भाजपा के उम्मीदवार केन्द्रीय मंत्री कौशल किशोर और लखनऊ सीट से भाजपा के प्रत्याशी रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का भविष्य सोमवार को ईवीएम में कैद हो गया।
लखनऊ सीट पर शाम 6 बजे तक 52.23 प्रतिशत और मोहनलालगंज सीट पर 62.72 फीसदी मतदान हुआ। शाम छह बजे तक कुल 56.64 प्रतिशत वोट पड़े।
मोहनलालगंज सीट से कुल 11 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। जिसमें भाजपा से कौशल किशोर, सपा से आरके चौधरी, बसपा से राजेश कुमार उर्फ मनोज प्रधान, राष्टीय समाज पक्ष से बृजेश कुमार विक्रम, पीपल्स पार्टी ऑफ इंडिया (डेमोक्रेटिक) से एसएल0 सिंह, आम जनता पार्टी (इंडिया) से सुनीता छेदा पासी, सरदार पटेल सिद्धान्त पार्टी से सूरज कुमार, निर्दलीय प्रत्याशियों में जितेन्द्र कुमार, महेन्द्र, रमेश कुमार, सुशील कुमार रावत है। वहीं लोकसभा लखनऊ सीट से कुल 10 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। बसपा से मोहम्मद सरवर मलिक, सपा से रविदास मेहरोत्रा, भाजपा से राज नाथ सिंह, सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया से मो. अहमद उर्फ रिंकू, मेरा अधिकार राष्टï्रीय दल से कपिल मोहन चौधरी, हिन्दु समाज पार्टी से गौरव वर्मा, किसान विश्व पार्टी से बृजेश कुमार यादव, सरवर पार्टी से सरवर अली, निर्दलीय प्रत्याशियों में अखंड प्रताप सिंह, इश्तियाक आदि रहे।
आप नेता सैयद मोहम्मद तकी ने भी मतदान किया
मतदान केन्द्र की दूरी बनी समस्या
बुजुर्गों और विकलांगों को भी वोट डालने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। कहने को तो प्रशासन ने बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं के लिए तमाम तरह के वादे किये थे लेकिन मतदान केन्द्रों की दूरी ज्यादा होने की वजह से काफी परेशानी हुई। प्रशासन ने मतदान केन्द्रों तक ले जाने और वापस छोडऩे के लिए ई रिक्शा सहित अन्य वाहन चलवाने की बात कही थी, लेकिन जरूरत के अनुसार वाहन नहीं चले। बुजुर्ग और दिव्यांग को लिफ्ट लेकर वोट डालने जाना पड़ा। सहारा स्टेट स्थित लखनऊ पब्लिक कालेज में मतदान केन्द्र पर भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता मनोज सिंह ने बताया कि उनके पास जिसका भी फोन आया उसको उन्होंने घर से मतदान केन्द्र लाकर वोट डलवाया और वापस घर छोड़ा। यही हाल विकलांग बलदेव प्रसाद मौर्य का रहा। बलदेव दोनों पैरो से लाचार है किसी तरह अपने बेटे भूपेन्द्र प्रसाद मौर्य के साथ बाइक से वोट डालने पहुंचे। उन्होंने कहा कि जबसे वोट डालना शुरू किया है आज तक किसी भी चुनाव में नहीं वोट करना नहीं भूले।
मतदान के लिए भटकते रहे वोटर
मलिहाबाद 168 विभानसभा के बूथ संख्या 243 में वोट देने पहुंची फरहीन खान को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। ऑनलाइन लिस्ट में नाम होने के बावजूद बीएलओ व बूथ की लिस्ट में नाम नहीं था। जिसकी वजह से उन्हें यह कहकर टकरा दिया गया कि वो वोट नहीं डाल सकती हैं। मामला मीडिया में आने पर पीठासीन अधिकारी ने ऑनलाइन सूची मिलान करने के बाद उन्हें वोट डालने की अनुमति दी। पीठासीन अधिकारी का कहना है कि पुरानी लिस्ट में नाम नहीं था जबकि नई लिस्ट बीएलओ को उपलब्ध नहीं हो पायी है। इसके अलावा इस बूथ पर कई महिलाओं को यह कहकर लौटा दिया गया कि उनके पहचान पत्र में उनके पति के स्थान पर पिता का नाम है। हालांकि इस संबंध में पीठासीन अधिकारी ने बताया कि पहचान की तस्दीक कराने के बाद मतदान करने की अनुमति दी गई।