पुलिस ने किया घटना का खुलासा ड्राइवर भाइयों सहित तीन गिरफ्तार
लखनऊ । लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस ने पूर्व आईएएस देवेंद्र नाथ दुबे की पत्नी मोहिनी दुबे की हत्या का खुलासा कर दिया। इस पूरी वारदात के पीछे रिटायर्ड आईएएस के दोनों ड्राइवर भाई अखिलेश व रवि का हाथ था, जिनपर वो सबसे ज्यादा विश्वास करते थे। इसके अलावा उनका एक दोस्त रंजीत भी इसमें शामिल था।
पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान उन्हें दबोच लिया। पुलिस के अनुसार, पूछताछ में पता चला था कि हत्यारे अखिलेश ने बंधा रोड पर कुकरैल नाले के जंगल में बैग छुपाकर रखा था, जिसमें जेवर और रुपये हैं। पुलिस हत्यारोपी अखिलेश उसके भाई रवि और तीसरे आरोपी रंजीत को लेकर बैग बरामदगी के लिए जंगल में पहुंची थी। बरामदगी के दौरान अखिलेश ने बैग में रखा तमंचा निकाल लिया और पुलिस टीम पर फायर करने लगा। पुलिस की जवाबी फायरिंग में अखिलेश को गोली लगी और वह घायल हो गया। अखिलेश की फायरिंग में गाजीपुर थाने का सिपाही बालकुंज भी घायल हुआ। पुलिस ने अखिलेश, रवि और रंजीत को घेर कर दबोच लिया।
पुलिस के मुताबिक ड्राइवर भाइयों ने लूट की साजिश रचने के लिए मोहिनी दुबे को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। 13 साल से दोनों ड्राइवर भाई रिटायर्ड आईएएस के घर नौकरी कर रहे थे। उन्हें लाने ले जाने से लेकर घर के हर काम में हाथ भी बटाते थे। हत्या वाले दिन भी मोहिनी ने अपने ड्राइवर को देख कर ही अकेले होने के बाद दरवाजा खोला था। जिसके बाद ड्राइवर अखिलेश ने अपने साथी रंजित के साथ मिलकर पहले उनकी हत्या की और फिर 40 से 45 मिनट तक घर में आराम से लूटपाट की। मोहिनी की हत्या से पहले ड्राइवर अखिलेश ने अपने साथी रंजित को अपना दोस्त बताकर परिचय कराया था। रंजित ने उनके पैर छूए और अखिलेश ने पीछे आकर दुपट्टे से गला कस दिया था। मौत की पुष्टि करने के लिए उन लोगों ने पेंचकस से उनके शरीर पर कई वार भी किए थे। बरामद बैग से करीब एक करोड़ से अधिक के गहने और फॉरेन करेंसी भी बरामद हुई हैं।
जेसीपी क्राइम आकाश कुलहरि ने बताया कि रिटायर्ड आईएएस के घर में दो ड्राइवर घोसियाना राजीव नगर कैंट निवासी अखिलेश उसका सगा भाई रवि पिछले 13 साल से काम कर रहे थे।