जुलूस सकुशल संपन्न होने पर रूफी बाबा ने सभी को दी बधाई
लखनऊ। मख्दूम शाहमीना शाह की दरगाह से निकलने वाला जुलूसे मोहम्मदी शानो शौकत के साथ निकाला गया। जुलूस मोहम्मदी मिशन के बैनर तले निकाला गया।
जुलूस के मौके पर मख्दूम शाहमीना शाह फाउंडेशन के संस्थापक शाकिर अली मीनाई ने बताया कि जुलूस अपनी परम्परा के अनुसार निकाला गया। फाउंडेशन की ओर से जायरीनों के लिए लंगरे आम का आयोजन किया गया था। जिसमें हजारों लोगों ने तबर्रूक ग्रहण किया। फाउंडेशन के पीरजादा फाखिर अली मीनाई ने बताया कि जुलूस अमन व शांति के साथ निकाला गया। जिसमें जिला प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों ने भरभूर सहयोग किया। उन्होंने यह भी बताया कि जुलूस को शांतिपूवर्क निकलवाने वाले अधिकारियों का दरगाह में सम्मान भी किया जायेगा। जुलूस को संपन्न करवाने में तौसीफ अहमद रिजवी का भी भरपूर सहयोग रहा।
इसबार जुलूसे मोहम्मदी में फाउंडेशन के नायब सदर रूफी बाबा शिरकत नहीं कर पाये क्योकि वह अपने निजी कार्य से दुबई गये हुए हैं। रूफी बाबा ने दुबई से एक संदेश भेजकर जुलूस को संपन्न करवाने में जिला प्रशासन व पुलिस और फाउंडेशन के पदाधिकारियों का शुक्रिया अदा किया है साथ ही जुलूस की कामयाबी पर सभी को मुबारकबाद पेश की है।
जुलूस में बड़ी संख्या में शामिल अंजुमनों के सदस्य नात और मनकबत का नजराने के साथ या नबी सलाम अलैका, या रसूल सलाम अलैका पढ़ रहे थे। शहर के अलग-अलग इलाकों से अंजुमनें अपने झण्डे और बैनर के साथ जुलूस में शामिल हुईं। जुलूस में शामिल अंजुमनें खानए काबा सहित अन्य पवित्र स्थानों के मॉडल लिए नात पढ़ते हुए चल रही थीं। जुलूस ज्योतिबा फुले पार्क पहुंच जश्न में तब्दील हुआ।
जश्न का आगाज कारी शकील निजामी ने तिलावते कलामे पाक से किया, जिसके बाद मौलाना तौसीफ, मौलाना शाहजहां, मुनीर, फाखिर मीनाई ने नात का नजराना पेश किया। जुलूस को खिताब करते हुए मौलाना अबुल इरफान फिरंगी महली ने कहा कि 12 रबीउल अव्वल को रसूल के दुनिया में आने से यह दिन तमाम ईदों से बढ़ कर ईद का दिन गया। हमारा दीन रस्म नहीं बल्कि नबी ने खुद अमली जिंदगी गुजार उम्मत को भी अमल का हुक्म दिया। उन्होंने कहा कि अपने घरों में मीलाद करें और बच्चों को इस्लामी अमली जिंदगी गुजारने का सबब बताएं।
जश्न को इकबाल हाशमी ने खिताब करते हुए कहा कि मिशन सिर्फ जुलूस तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि बड़े पैमाने पर मिल्ली खिदमात अंजाम देगा। जलसे के समापन पर देश-प्रदेश की तरक्की, अमन-चैन और भाईचारे की दुआएं की गयीं। जलसे में अहमद नदीम, मौलाना अफ्फान अतीक फिरंगी महली, शाकिर अली मीनाई, राशिद मेराज, तारिक हाशमी, फाखिर अली मीनाई, नासिर अली मीनाई, फैजान अतीक फिरंगी महली, वारिस अली, नजीब सहित बड़ी संख्या में मिशन की अंजुमनों के पदाधिकारी आदि शामिल थे।